Monday, 8 July 2013

नटराज तांडव स्तुति

सत सृष्टि तांडव रचयिता 

नटराज राज नमो नमः|


हे नटराज आप ही अपने तांडव द्वारा सृष्टि की रचना करने वाले हैं|
हे नटराज राज आपको नमन है|

हे आद्य गुरु शंकर पिता 

नटराज राज नमो नमः|


हे शंकर आप ही परं पिता एवं आदि गुरु हैं. हे नटराज राज आपको नमन है|
 गंभीर नाद मृदंगना धबके उरे ब्रह्मांडना 
नित होत नाद प्रचंडना 

नटराज राज नमो नमः|


हे शिव, ये संपूर्ण विश्व आपके मृदंग के ध्वनि द्वारा ही संचालित होता है|
इस संसार में व्याप्त प्रत्येक ध्वनि के श्रोत आप हे हैं| हे नटराज राज आपको नमन है |

सिर ज्ञान गंगा चंद्र चिद ब्रह्म ज्योति ललाट मां 

विष नाग माला कंठ मां 
नटराज राज नमो नमः|


         हे नटराज आप ज्ञान रूपी चंद्र एवं गंगा को धारण करने वाले हैं, आपका ललाट से दिव्या 
ज्योति का स्रोत है|हे नटराज राज आप विषधारी नाग को गले में धारण करते हैं| आपको नमन है|

तवशक्ति वामे स्थिता हे चन्द्रिका अपराजिता | 

चहु वेद गाएं संहिता 
नटराज राज नमो नमः|



हे शिव (माता) शक्ति आपके अर्धांगिनी हैं, हे चंद्रमौलेश्वर आप अजय हैं.
 चार वेदा आपकी ही सहिंता का गान करते हैं. हे नटराज राज
आपको नमन है |

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